Career Tips: अगर आप 12वीं के बाद सीधे मैनेजमेंट कोर्स करके अच्छी नौकरी पाना चाहते हैं, तो यहां कुछ बहतरीन ऑप्शन जान सकते हैं। मैनेजमेंट कोर्स करने के बाद सैलरी हाई होती है और आजकल इस प्रोफेशन की डिमांड भी बढ़ गई है-
हाइलाइट्स
- 12वीं के बाद कर सकते हैं टॉप मैनेजमेंट कोर्सेस
- जॉब लगते ही मिलेगी अच्छी सैलरी
- जानें कौन-सा मैनेजमेंट कोर्स रहेगा आपके लिए बेस्ट
Top Management Courses: 12वीं के छात्रों के लिए मैनेजमेंट से जुड़े कुछ अच्छे कोर्स मौजूद हैं, जिन्हें कोई भी स्ट्रीम का छात्र 12वीं के बाद कर सकता है। जानें ऐसे ही प्रमुख मैनेजमेंट कोर्स के बारे में जिन्हें 12 वीं विज्ञान / वाणिज्य / कला स्ट्रीम से स्कूली शिक्षा पूरी करने वाले छात्र आसानी से कर सकते हैं।
1 BBA (Bachelor of Business Administration)
BBA का मतलब बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन है। बीबीए कोर्स की अवधि 3 साल है। कई निजी और साथ ही सरकारी संस्थान में यह काेर्स कराया जाता है। यह एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसमें 12वीं साइंस/कॉमर्स/आर्ट्स तीनों स्ट्रीम के छात्र इसे कर सकते हैं। बीबीए के बाद, कोई भी पीजी (पोस्ट ग्रेजुएट) कोर्स या एमबीए भी किया जा सकता है। कुछ कॉलेज बीबीए काेर्स भी कराते हैं जाे खास फिल्ड से रिलेटेड हाेता है जैसे एयरपोर्ट मैनेजमेंट में बीबीए और इवेंट मैनेजमेंट में बीबीए। ऐसे ही कुछ प्रमुख बीबीए ऑनर्स प्रोग्राम हैं-बैंकिंग और बीमा, इंटरनेशनल बिजनेस, एविएशन मैनेजमेंट, हेल्थ केयर मैनेजमेंट, इवेंट मैनेजमेंट, टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट। बीबीए स्नातकों को आमतौर पर बहुराष्ट्रीय कंपनियों, कार्यालयों और अन्य कार्य स्थानों में प्रबंधकीय पदों के साथ काम सौंपा जाता है।
2 BMS (Bachelor of Management Studies)
BMS का मतलब बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज है। बीएमएस कोर्स की अवधि 3 साल है। बीबीए और बीएमएस दोनों एक ही पाठ्यक्रम की तरह लगते हैं लेकिन इनमें समानताअाें के साथ ही काफी अंतर भी है। बीएमएस पारंपरिक प्रबंधन अध्ययनों जैसे एनालिटिक्स पर अधिक केंद्रित है। दूसरी ओर, बीबीए बिजनेस स्टडीज से संबंधित मुख्य विषयों पर अधिक केंद्रित है। किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास छात्र इस कोर्स को कर सकते हैं। बीएमएस पूरा करने के बाद छात्र एमबीए कर सकते हैं। बड़ी कॉरपोरेट कंपनियां, छोटी और मझोली कंपनियां भी बीएमएस फ्रेशर्स को हायर करती हैं।
3 बीबीए+एमबीए इंटीग्रेटेड कोर्स
यह कोर्स बीबीए के साथ-साथ एमबीए डिग्री दोनों मिश्रण है। पाठ्यक्रम की अवधि 5 वर्ष है। इस कोर्स को करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि छात्रों को बीबीए के बाद पीजी कोर्स एमबीए अलग से नहीं करना होगा। इसके अलावा, केवल प्रतिष्ठित संस्थान ही भारत में इस एकीकृत पाठ्यक्रम की पेशकश कर रहे हैं। बीबीए+एमबीए इंटीग्रेटेड कोर्स 12वीं उत्तीर्ण छात्रों के लिए फायदेमंद है, इन्हें एमबीए प्रवेश के लिए अलग से तैयारी नहीं करनी पड़ती है।
4 होटल और आतिथ्य प्रबंधन में डिग्री (Degree In Hotel & Hospitality Management)
होटल प्रबंधन अध्ययन का उद्देश्य छात्रों को पर्यटन के साथ-साथ होटल उद्योग में विभिन्न भूमिकाएं निभाने के लिए तैयार करना है। डिग्री कोर्स- बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट 4 साल का होता है। ग्रेजुएशन के बाद पर्यटन क्षेत्र में अच्छी नौकरी मिल सकती है। भारत में इस समय पर्यटन क्षेत्र काफी फल-फूल रहा है। सरकार इस क्षेत्र में भारी निवेश कर रही है और रेलवे टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, आयुर्वेद टूरिज्म आदि जैसे सेक्टर भी अा रहे हैं। इस काेर्स के बाद सार्वजनिक या निजी क्षेत्र में अच्छी नौकरी ढूंढना मुश्किल काम नहीं होगा।
5 होटल प्रबंधन में बी एससी (B.Sc. In Hotel Management)
होटल मैनेजमेंट कोर्स को MBA का ही ब्रांच कहा जा सकता है। यह बी एससी कोर्स 3 साल का होता है। बी एससी डिग्री पूरी करने के बाद, कोई एम एससी या एमबीए के लिए भी जा सकता है। इस कोर्स के कैंडिडेट होटल और रिसॉर्ट में हायर किए जाते हैं। इस कोर्स के बाद खुद का बिजनेस भी शुरू किया जा सकता है, जैसे स्कूल / कॉलेज कैंटीन शुरू करना, कॉर्पोरेट कैंटीन, अपना होटल, रेस्टोरेंट खोलना आदि।
6 12वीं के बाद डिप्लोमा मैनेजमेंट कोर्स
कई नौकरी उन्मुख डिप्लोमा मैनेजमेंट कोर्स भी हैं। इन्हें सभी स्ट्रीम- साइंस/कॉमर्स/आर्ट्स के छात्र कर सकते हैं। इस तरह के डिप्लोमा कार्यक्रम की अवधि लगभग 1-2 वर्ष है।
- डिप्लोमा इन रिटेल मैनेजमेंट
- डिप्लोमा इन ऑर्गजाइजेशन मैनेजमेंट
- डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट
- डिप्लोमा इन हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म मैनेजमेंट
- डिप्लोमा इन फैशन मार्केटिंग एंड मर्चेंडाइजिंग
- डिप्लोमा इन मार्केटिंग एंड एडवरटाइजिंग
- डिप्लोमा इन इवेंट मैनेजमेंट
- डिप्लोमा इन ट्रेवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट
7 बीए मैनेजमेंट कोर्स
ज्यादातर लोग बीए को पुराने और पारंपरिक पाठ्यक्रम के रूप में देखते हैं जो दर्शनशास्त्र, इतिहास, भाषा, गणित आदि विषयों से संबंधित है। लेकिन समय बदल गया है। नए विषयों और क्षेत्रों को बीए में शामिल किए गए हैं। बीए प्रोग्राम के लेवल के तहत अब 3 साल लंबे मैनेजमेंट कोर्स भी उपलब्ध हैं। कुछ प्रमुख बीए प्रबंधन कोर्स-
- होटल मैनेजमेंट में बीए
- रिटेल मैनेजमेंट में बीए
- फैशन मर्चेंडाइजिंग और मार्केटिंग में बीए
- ट्रेवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट में बीए
8 बीबीएस (बैचलर ऑफ बिजनेस स्टडीज)
बीबीएस एक 3 साल लंबा अंडरग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है। अंग्रेजी विषय के साथ किसी भी स्ट्रीम (विज्ञान / वाणिज्य / कला) से 10 + 2 उत्तीर्ण छात्र इस कोर्स को कर सकते हैं। यह बीबीए और बीएमएस जैसे कोर्स का एक अच्छा विकल्प है। यह कोर्स एचआर, मार्केटिंग और फाइनांस जैसे ट्रेडिशनल मैनेजमेंट सब्जेक्ट्स पर केंद्रित है।
9 बीबीई (बैचलर ऑफ बिजनेस इकोनॉमिक्स)
बीबीई एक 3 साल ग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है। गणित और अंग्रेजी विषयों के साथ किसी भी स्ट्रीम (विज्ञान / वाणिज्य / कला) से 10 + 2 उत्तीर्ण छात्र ये कोर्स कर सकते हैं। यह कोर्स कॉमर्स और आर्ट्स स्ट्रीम के छात्रों को सबसे ज्यादा सूट करता है (क्योंकि अर्थशास्त्र विषय इस कोर्स का खास अंग है)। इस कोर्स को पूरा करने के बाद, स्नातक एमबीई (मास्टर ऑफ बिजनेस इकोनॉमिक्स) नामक पीजी कोर्स के लिए जा सकते हैं, जो बीबीई प्रोग्राम का एडवांस रूप है।
10 बीआईबीएफ (अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और वित्त स्नातक)
BIBF एक 3 साल लंबा अंडरग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है। अंग्रेजी विषय के साथ किसी भी स्ट्रीम (विज्ञान / वाणिज्य / कला) से 10 + 2 उत्तीर्ण छात्र इस कोर्स को कर सकते हैं। कोर्स इंटरनेशनल बिजनेस, लेटेस्ट ट्रेंड और इंटरनेशनल बिजनेस और फाइनांस मैनेजमेंट में अपनाये जाने वाले नियमों पर फोकस है।